Jan 28

Jan 28, 2016

Thought of the day.

परम पूज्य श्री स्वामी सत्यानन्द जी महाराजश्री

ध्यान में बैठने की पूर्व तैयारी

1. सबसे प्रथम बैठने के समय आचमन करें, आँखों पर ठंडे पानी के छींटे दें, गर्दन तथा मुँह पर हाथ फेरें। इससे मनोवृतियां शान्त होती हैं और चित स्थिर होता है।

2. बैठने का जो आसन हो तथा ग्रंथ व मूर्ति रखने की जो चौकी हो, वह केवल उसी काम के लिए हो।

3. ध्यान का समय नियत हो। किसी भी कारण उसको आगे पीछे न किया जाए।यदि कोई प्रिय मित्र या सम्बंधी उस समय मिलने आए तो उनको नम्रता से कह दो कि हमारा यह ध्यान का समय है। इस नियम की अवहेलना से मनोभावना शिथिल पड़ जाती है और सफलता दूर जा पड़ती है। ध्यान में नागा कभी न हो।

4. ध्यान में बैठने से पूर्व देवता को उसका नाम लेकर आह्वान करो और नमस्कार करके उसका पूजन करो, और ध्यान में यह भावना बनाए रखो कि मेरा देवता मेरे सम्मुख उपस्थित है।

5. ध्यान में जब बैठो तो अनुभव करो कि प्रभु की कृपा मुझ पर अवतरित हो रही है।

प्रवचन पीयूष पृष्ठ १४०

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