गुरूजन का सन्देश 

June 27, 2017

गुरूजन का सन्देश 

पीछे गुरूजनों ने लिखवाया कि बच्चे सच में बहुत तनाव में होते हैं । कई बार वे माता पिता से व्यक्त कर पाते हैं पर अंदर की बात तो केवल गुरूजन ही जानते हैं । 
यह बच्चा साधक परिवार से है। बारवीं में हुआ है । साधक भी है। प्रभु कृपा से माता पिता की सुनता है व सौम्य है । बच्चे को स्मरण करने में परेशानी होती है । अब बारवीं कक्षा । अपने पसंद के subjects ले लिए । पर स्मरण नहीं रहता और परीक्षा के समय प्रगाढ तनाव ! 
कल बच्चा उठा तो उसने अपनी माँ को यह सपना सुनाया । कि पूज्य महाराजश्री उनकी कॉलोनी में आए हुए हैं । उसने जाकर गुरूदेव के चरण स्पर्श कीए । फिर उसे पूज्य प्रेम जी महाराजश्री दिखे । उसने उन्हें भी जाकर प्रणाम किया । तब महाराजश्री कही पीछे छिप गए । इसने बुलाया तो वे भी बाहर आ गए । महाराजश्री ने पूछा – बोल बेटा क्या चाहिए । तो उसने अपनी स्मरण शक्ति की परेशानी बताई । पूज्य प्रेम जी महाराजश्री ने उसे दो 108 की माला सफ़ेद और नारंगी रंग की दी और कहा खूब जाप करो । 

फिर उसे परम पूज्यश्री स्वामीजी महाराजश्री के दर्शन हुए और जब उसने आशीर्वाद लिया तो महाराज खिलखिला कर हंस दिए ! और सिर पर हाथ रखा । 

गुरूजन जा रहे थे । बच्चे ने कहा मैं भी इनके साथ चले जाऊं ? तो माँ ने मना कर दिया यह कह कर कि गुरूजन तो हरिद्वार जा रहे हैं ! इसी से बच्चे की नींद खुल गई । 
यह स्वप्न इतनी विस्तार से बताने का यह प्रयोजन है कि गुरूजन हम सब की सुनते हैं ! और जाप , अनन्त जाप ही समाधान कहा हैं बच्चों के लिए भी ! 
सो बच्चे लोग ! आप चाहे किसी भी तनाव से यदि गुज़र रहे हैं तो प्रेम पूर्वक अनन्त जाप का सहारा लीजिए ! निश्चित शान्ति मिलेगी ! 
साथ ही हरिद्वार में साधना लगाने वाले साधकों को बधाई ! तीनो गुरूजन कूच कर चुके हैं ! 
गुरूजनों का अतिश्य धन्यवाद कि अपना संदेश हम सबको इतने अनूठे ढंग से दिया ! अतिश्य कृपा !

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