Aug 28, 2017
परम पूज्यश्री स्वामीजी महाराज़श्री समझा रहे हैं कि लोक हित की प्रार्थना में अखण्ड जाप का बहुत उत्तम स्थान है ।
यहाँ अनेकों व्यक्ति एक स्थान में एकत्रित होकर कहते घण्टे, पहर व दिनों तक अनवरत जाप करते हैं ।
पूज्य महाराजश्री कहते हैं कि जो व्यक्ति अखण्ड जाप में भाग ले वह पूर्ण रूप से विश्वासी हो, अपने ईष्ठ देव के वहाँ होने की अभिव्यक्ति समझे तथा बड़े भाव चाव से संयम व सत्य का पालन करे ।
यदि ऐसे जाप में कोई निरपेक्ष सत्य निष्ठ तथा परम शुचिता वाला व्यक्ति भाग ले तो वहां का संकल्प प्रवाह बहुत प्रबल हुआ करता है । तथा जाप का संकल्प फ़लित होने की संभावना बहुत बढ़ जाया करती है ।
स्वामीजी महाराज ने निष्काम अखण्ड जाप में निम्नलिखित पद निर्धारित किया है –
वृद्धि आस्तिक भाव की, शुभ मंगल संचार
अभ्युदय सद्धर्म का, राम नाम विस्तार