Jan 5, 2018
आज का सकारात्मक विचार
सकारात्मक सोच से जीवन यापन
सही तरह की सोच से अपनी शक्ति विकसित करना जीवन में माएने रखता है ~ डॉ गौतम चैटर्जी
सोच बहुत माएने रखती है । सोच ही हमें प्रसन्नचित रखती है, सोच ही हमें उदास रखती है, सोच ही हमें बलहीन करती है और सोच ही हमें दिव्यता के बल से शसक्त करती है ! सोच ही हमारा कल बनाती है ! सोच ही ने हमें हमारा आज दिया !
कुछ दिन पहले सुना कि यदि हम अपने से प्रेम करना आरम्भ करते हैं तो हमें दूसरे से भी प्रेम करना सुलभ हो जाएगा ! यदि हम अपने लिए अच्छा सोचते हैं तो हमें दूसरों के लिए भी सदा अच्छा सोचना आएगा ! तो कहा कि आपने सारे जहां को नए साल की बधाई दी ! क्या आपने अपने आप से कहा कि यह वर्ष मेरे लिए सुखद व कृपामय होवे ! हम ऐसा नहीं करते ! हैं न !
पर देखिए हम अपने सबसे प्रिय मित्र हैं ! हमारे भीतर श्रीरामशरणम् वास करता है ! राम नाम व गुरूतत्व !
सो आज करके देखिए कैसा महसूस होता है !
कहिए अपना नाम लेकर , अपने हृदय पर हाथ रखकर , जैसे मैं अपना नाम लेकर कह रही हूँ कि अनुपमा , तुझ पर अनन्त कृपा बरस रही है ! इस वर्ष तू वह अनन्त कृपा हर पल महसूस कर सके !
कितना सुंदर विचार हमने भीतर डाला ! और यही विचार हमें शक्ति देगा !
ऐसे ही जब कोई कटु शब्द लगा कर कहे तो ह्रदय पर हाथ बोलिए – अनुपमा ! तेरे भीतर तो बड़े महान मंदिर का वास है ! श्रीरामशरणम् है भीतर ! गुरूतत्व हैं भीतर !तू क्यों परेशान होता / होती है ? बल्कि तू तो प्यार दे सकता है ! दे ! दिखा अपना जादू!!!!
देखिए यह बोलते ही चेहरे पर अजीब सा आत्मविश्वास व मुस्कुराहट आ जाती है ! करके देखिए ! बच्चों को भी बताइए ! जो मानें तो सही जो न मानें सुना तो सही !
इसका अभ्यास हर रोज हम करें तो हर परिस्थिति में भीतर डुबकी स्वयमेव ही लग जाए !
शुभ व मंगल कामनाएं !