सपनों को यथार्थ में बदलना

Jan 6, 2018

आज का सकारात्मक विचार

सपनों को यथार्थ में बदलना

कल्पनाएं व सपने किसी पदवी के लिए माएने रखते हैं । सपने देखने वाले बनिए ताकि जीवन में उद्देश्य रख सकें ~ डॉ गौतम चैटर्जी

सपने विचार व इच्छाएं होते हैं । यदि वे सकारात्मक बन जाएँ तो यथार्थ में निश्चित ही बदल सकते हैं !

जिन लोगों को विचारों में रहने की आदत होती है वे इसका लाभ उठा सकते हैं ।

एक बच्चा था । उसे सपने लेने की आदत थी । हर तरह के। खेल देखता तो सपनों में खिलाड़ी बन जाता । कुछ और देखता तो वह बन जाता । उस पर कृपा बरसी । जीवन में गुरू आए । अब उसके सारे सपने अपने गुरू के साथ होने लग गए । दिन भर ! अपने गुरू के सपनों में रहता । पर उसमें यह नहीं था कि वे साकार होंगे। वह विचारों में रहता था तो उसके गुरू ने उसके विचारों का रुख बदल दिया !

कुछ दशक पश्चात , अपने गुरू के साथ लिए एक एक सपने सार्थक होने लग गए ! यहां तक कि पहले के भी सपने पूर्ण होने लग गए !

अब वह बडा हो चुका था ! सब सपने साकार हो गए थे ! पर अब उसने नए सपने लिए ! अपने गुरू की शिक्षाओं पर आधारित ।

सो कामनाएं उपासनाओं में बदलती हैं ! यदि उन कामनाओं को परमेश्वर के साथ संयुक्त कर दिया जाए तो !

जीवन में सपने यदि साकार करने हैं तो भीतर सही जगह संयुक्त होना आवश्यक है ! साधन भिन्न हो सकते हैं किन्तु भीतर सेतु बनना आवश्यक है !

सबके सपने साकार हों । गुरूजन कृपा करें ।

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