Jan 27, 2017
दो परिवार हैं , भिन्न भिन्न , जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। काम न के बराबर है और बच्चों की फ़ीस नहीं दी जा रही । जाप चल रहा है। जाप में कमि नहीं आ रही । एक तो तो ऐसा लगता है कि गुरूजन आस पास ही हैं । कहते हैं प्रभु के संकेत समझ नहीं आ रहे ।
प्रभु व गुरूजनो की उपस्थिति का व अपने सहारे का सबसे सुंदर हस्ताक्षर है उनका नाम । यदि विपदा का घडी में उनका नाम नहीं छूट रहा , और चल रहा है तो मानिए कृपा बरस रही है। सुरक्षा कवच चढा दिया है किसी ने ।
चाहे भौतिक परिस्थिति हिलती हुई नहीं नज़र आ रही । पर कही कही प्रकाश की किरण अवश्य दिख रही होती है।
काल के ऐसे समय में उनका नाम छत्र बना देता है।
उनके पास बहुत धन है ! हर तरह का । वे अवश्य किसी तरह प्रबंध कर देंगे यदि यह विश्वास टिकाए रखें कि आप हैं और आप जानें !
सो घबराना नहीं है । राम नाम प्रेम व विश्वास से लेते जाएँ ! जब तक राम नाम ले सकें तब तक सब ठीक है! वही एक सहारा हैं। वही हर नए सुझाव के स्रोत हैं। अपने भीतर से काम कैसे करें व क्या करें कि उधार न लेना पड़े, गृहस्थी चलती जाए, पूछिए ! वे केई न कोई मार्ग अवश्य निकाल देंगे !
महाराज कृपालु बडे
गुरूदेव दयालु बडे
वे आप ही काम बना देंगे
टूटी फूटी नाव हमरी
वे खे कर पार लगा देंगे
हम आए कहां के ऐसे धनी
जो उन बिन काम चलाएँगे
हाँ, मेरे समरथ बाबा ऐसे
मेरी बिगड़ी बात बना देंगे
महाराज कृपालु बड़े
गुरूदेव दयालु बडे !