दूसरों को साथ लेकर चलना

Nov 7, 2018

जीवन की गति है दूसरों की रफ़्तार के साथ मिल कर चलना। समायोजित बनिए ।

हे माँ ! मेरे पास न बुद्धि है न ज्ञान, न ही समझ । माँ कुछ भीतर ऐसा नहीं जो कह भी सकूँ । यदि आपकी इच्छा हो तो कृपया लिखिए व लिखवाइए व स्वयं ही पढिेएगा !!

हम हर चीज बेहतर सीखते हैं जब मिल बाँट कर सीखें । यदि अकेले ही चलते जाएँ । छिपाते रहें जो सीख रहे हैं । तो वह गहरा कैसे जाएगा ? संत कहते हैं कि विद्या जब बाँटी जाए तो ज्ञान बन जाती है !!

हर क्षेत्र में ऐसा यदि करें तो भीतर कितना उज्जवल हो जाए ? आप अध्यापक हैं । आपको बहुत सुंदर ढंग या बहुत ही अच्छी किताब का पता चला है । पर आप यदि चाहें कि मेरे ही विद्यार्थी सफल हों और शर्मा जी के नहीं , तो बात आध्यात्मिक तौर पर बनती नहीं ! हमें असुरक्षा रहती है कि शर्मा जी को पता चल गया तो उनकी प्रमोशन हो जाएगी और हम रह जाएँगे ! पर यदि रह गए , मिल बाँट कर करने पर, एक है जो खुश हो रहा होगा, एक होगा जो हम पर नाज कर रहा होगा, चाहे संसारी प्रगति उस पल न भी हो… हमारे गुरूदेव! वे तो हर पल का लेखा जोखा देखते हैं!

अब साधना में कुछ पता चला है, तो यदि बाँटेंगे तो गुरूजन प्रसन्न होंगे । यदि ऐसे हो गए,नहीं बस मुझे ही पता चले, बस मैं ही आगे बढता रहूँ, बस मुझे ही गुरूजन का प्यार मिले, तो कितनी मेहनत करनी पड़ती होगी बेचारे गुरूजनों को मुझ जैसों पर !!

एक कक्षा में कुछ बच्चे थे जो शिक्षक को बहुत तंग करते, न पढते न पढ़ाने देते। तो जब काम का समय आया वे अच्छे बच्चों के ग्रुप में होना चाहते थे ताकि नम्बर मिल सकें। शिक्षक बोले बिल्कुल नहीं ! कार्य ऐसा था कि एक ग्रुप को दूसरे ग्रुप के साथ मिल कर काम करना था ! तो जो अच्छे बच्चों का ग्रुप था, उसके छात्र से पूछा गया कि आप किस ग्रुप के साथ काम करना पसंद करेंगे, तो उसने, सबसे बदमाश व कमज़ोर बच्चों के ग्रुप का चयन किया ! शिक्षक उस बच्चे की उदारता देखकर दंग भी रहे और भीतर भर भी गए, इतनी दिव्यता कि प्रमाण देखकर!

हे माँ ! मेरे राममम ! हम स्वार्थ से निकलें और, दूसरों को संग लेकर चलें । सबका भला हो । जो हमारे साथ अच्छा करे उसका भी , जो न भी अच्छा करे उसका भी ! जो दिव्य

आत्माएँ ऐसा करती हैं, वे राम ही तो हैं, क्योंकि रामममम के साथ हम जैसा मर्जी व्यवहार करें वे देवाधिद्व तो देते जाते हैं, केवल देते जाते हैं ! उन सब आत्माओं के श्री चरणों में शत शत नमन 🙏

श्री श्री चरणों में 🙏

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