Online Book Club Mumbai 4

Book Club Mumbai 4

परम गुरू राम और गुरूजन की कृपा से रविवर ,19 जुलाई, 2020 को बुक क्लब 4 की पहली बैठक हुई । (बच्चों की आय ७ से १० वर्ष) पुस्तक – स्वामी सत्यानंद महाराजजी की जीवन गाथा पाठ १।

बच्चे बैठक मे आने के लिए बहुत उत्सुक थे। बैठक में हमने मिलकर बहुत सी बातें सीखी। बच्चों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।

☀️पाठ के आरंभ में जब ‘मेहमान’ शब्द आया, तो एक बच्चा अचानक से बोला,“आज हमारी बैठक के मेहमान स्वामी सत्यानंद जी महाराज हैं।”यह सुनकर मैं रोमांचित हो उठी कि स्वामी जी महाराज ने अपनी उपस्थिति का संकेत दे दिया।

☀️हमें अपनी हर चीज जैसे extra धन,खाना, कपड़े, chocolate, अपनी खुशियों और प्यार बांटना चाहिए जिससे हमारा मन भी खुश रहेगा।

☀️ जब भी हमारे घर में मेहमान आता है तो बड़ों के पैर छुने चाहिए और छोटों को गले लगाना चाहिए। ऐसा करने से हमें बहुत खुशी होती है।

☀️ सफ़ेद रंग शांति का प्रतीक है और सभी रंगों में मिलकर एक नया रंग बना देता है।

☀️हमें रोज़ प्रार्थना करनी चाहिए जिससे मन को सुकून मिलता है और गुस्सा शांत हो जाता है और कोई भी काम में गड़बड़ी नहीं होती।

☀️हमें किसी को भी परेशान नहीं करना चाहिए, दूसरों को परेशान करने पर हम भी खुश नहीं रह सकेंगे।

☀️राम जी को हर चीज के लिए धन्यवाद देना चाहिए और महाराजजी को सब कुछ सिखाने के लिए धन्यवाद देना चाहिए।

☀️बैठक के अंत में जब एक बच्चा चित्र बना रहा था तब इस समय अंतराल में एक बच्चे ने श्री अमृतवाणी जी की धुन गायी,दो भजन के मुखड़े भी गाएं।
१) रब मेरा सतगुरु बनके आया ……

२) मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे …..
एक बच्चे ने गजानन श्लोक गाए।

बच्चों की बातें सुनकर मैं स्तब्ध , नि: शब्द हो गई । गुरुजनों जी की इस अपार कृपा के लिए कोटि कोटि धन्यवाद

( Karuna ji many many thanks for your beautiful efforts )

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