Category Archives: कृतज्ञता

आज की कृतज्ञता, March 15

March 14, 2020

आज की कृतज्ञता

उसके द्वार कुटीर पर मैं दूँ तन सिर वार
नमस्कार बहु मान से करूँ मैं बारम्बार

गुरूजनों ने हम सब को, जैसे हम हैं वैसे ही अपनाना । अनन्त पापों से भरे हुए होते भी, गुरूजनों ने बिन देखे बिन कुछ जाने परम पावन नाम दान दिया । चिरऋणि! बारम्बार धन्यवाद ।

मेरे गुरूदेव के चरणों में सुमन श्रद्धा के अर्पित हों

सर्व श्री श्री चरणों में

आज की कृतज्ञता

आज की कृतज्ञता

March 13, 2020

उसके गुण उपकार का पा सकूँ नहीं पार
रोम रोम कृतज्ञ हो करे सुधन्य पुकार

परमेश्वर व गुरूजनों के श्रीचरणों में बारम्बार नमन कि वे योग्यता नहीं देखते । अयोग्य को भी इतना देते हैं कि उसने सपनों में भी कल्पना नहीं की होती । गुरूजनों का अनन्त धन्यवाद । चिरऋणि ।

कहो उऋण कैसे हो पाऊँ किस मुद्रा में मोल चुकाऊँ
केवल तेरी महिमा गाऊँ और नहीं कुछ मुझको आता

सर्व श्री श्री चरणों में

आज की कृतज्ञता

March 12, 2020

आज की कृतज्ञता

कर्म धर्म का बोध दे, जिसने बताया राम
उसके चरण सरोज पर नत् शिर हो प्रणाम

परमेश्वर की अकारण कृपा से संत जीवन में आते हैं और संतों की दया व करुणा से हमें परमेश्वर के बारे में पता चलता है कि कैसे राम हमारे हर पल के साथी हैं, परम सुहृद हैं, परम कृपालु हैं, परम क्षमावान हैं , सर्वशक्तिमान हैं, सर्वज्ञ हैं। यह पता चलता हैं कि हम उनके अंश हैं । यह पता चलता हैं कि वे केवल प्रेम करना जानते हैं।
वे कभी छोड़ते नहीं !

संतों की चरण रज पर बारम्बार नमन अनन्त बार नमन । चिरऋणि ।

तेरे चरणों की धूल बाबा चंदन गुलाल बनी
जिसने लगाई मस्तक उसकी तक़दीर बनी

सर्व श्री श्री चरणों में

आज की कृतज्ञता

March 11, 2020

हे राम मुझे दान कर, अनन्य सुभक्ति आप।
कर्मयोग से मैं लखूं तेरी रास अपाप ।

आज की कृतज्ञता

हे राम ! आपका धन्यवाद ! आप मेरे गुरूजन बनकर आए ! आपका अनन्त धन्यवाद ! आपने हम जैसों को अपनाया, नाम दान देकर हृदय से लगाया, आपका बारम्बार धन्यवाद ! अनन्त बार धन्यवाद !

उसका रहूँ कृतज्ञ मैं, मानूँ अति आभार
जिसने अति हित प्रेम से मुझ पर कर उपकार !

शुकराना शुकराना सद्गुरू तेरा शुकराना

सर्व श्री श्री चरणों में