Aug 27, 2016
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जीवन की तेज रफ़्तार में हम छोटी छोटी पर महत्वपूर्ण चीज़ों को धीरे धीरे पीछे छोड़ देते हैं । मेरे जीवन की दिशा भी बदली और उसकी रफ़्तार भी धीरे धीरे बहुत तेज हो गई । साधना की शिक्षा डांवाडोल होती सी प्रतीत हुई ! जो चीज़ें बहुत पसंद उनके लिए समय निकालना ऐसा हो गया मानो, अस्थमा के कारण स्वास आने में तकलीफ़ हो रही हो।
मुझे अपने बग़ीचे की देखभाल करना, फूलों के साथ बैठना बहुत पसंद है। रोज काम पर निकलते हुए मैं देखती उन्हें और लम्बी साँस भरती, कितनी बूटियाँ उग आई थी। हर शनिवार सोचती नहीं आज, नहीं आज। अमेरिका में आम आदमी को हर चीज स्वयं करनी पड़ती है। साफ़ सफाई, घर, कपड़े, बर्तन, बग़ीचा 😊, भोजन, सब कुछ । फिर बच्चे व परिवार ! फिर काम ! सो इस सप्ताह मन ही मन सोच लिया कि नहीं इस शनिवार बस करना है। परमेश्वर ने कृपा की और मुझे स्मरण रहा और मैं चले गई अपने प्यारों के बीच! उनके बीच जाकर वे स्वयमेव चिन्तन आरम्भ करवा देते हैं!!
मेरे पौधे बोले – देख तो कितनी बूटी आ गई है। सारे शरीर पर लिपट गई !
एक बोला, देख मैं ठीक से बढ़ भी नहीं पा रहा। सारा भोजन यह बूटी ही लेती जा रही है !
मैं बोली क्षमा करो! इतना कष्ट दिया। इतना तड़पे!
वे बोले – हाँ बहुत कष्ट होता है बूटियों से! हम अपना अस्तित्व तक भूल जाते हैं। उन बूटियों को ही अपना यथार्थ रूप समझने लगते हैं। और इससे जो पीडा और वेदना होती है , वह अवर्णनीय है !
मैंने कहा चिन्ता न करो! झट से सब साफ़ कर दूँगी ! तभी ज़ोर से चीख़ की आवाज़ सुनाई दी ! देखा तो एक पौधे को ही काट दिया, बूटी समझ कर! एक दम गुरूदेव की बात स्मरण हो आई कि अपनी बूटी सोच समझ कर साफ़ करवाइए ! कहीं यह न हो कि साफ़ करने वाला पौधे और बूटी में भेद न कर पाए और पौधे को क्षति पहुँच जाए!
मैंने क्षमा माँगी पौधे से और बूटियाँ निकालने लग गई। पानी दिया। खाद डाली और सुख की साँस ली !
मेरी आज की सीख 😇
हमारे अंतकर्ण में भी बूटियाँ बहुत जल्दी उगती हैं। और कई बार वे वृक्ष बन जाती हैं। हम सोचते हैं वह साधना का उत्थान है पर वे मायावी हो कर हम से छल करती हैं।
सो गुरुदेव के अनुसार, कुछ कुछ समय पश्चात हमें छोटे छोटे संकल्प लेने चाहिए जिससे यह बूटियाँ साफ़ हो जाएँ और हमारी साधना बिना स्वयं के बनाए अवरोधकों के आगे बढ़ती जाए ।
आप यदि इच्छुक हों तो 41 दिनों के लिए
सर्वशक्तिमय रामजी , अखिल विश्व के नाथ।
शुचिता सत्य सुविश्वास दे , सिर पर धर कर हाथ।।
का 108 की माला पर जाप मेरे साथ कर सकते हैं 😇
सर्व श्री श्री चरणों में 🙏