April 6,2017
श्री रामशरणम् के अनूठे साधक
💐गुरू आज्ञा 💐
हमारे सत्संग के बहुत उच्च साधक –श्री मेहर चन्द चौधरी जहाँ पर परम पूज्य श्री स्वामी जी महाराज का आशीर्वाद (आना जाना) था , उनका इँटो का भट्टा था- —-
दिल्ली *श्रीरामशरण* निर्माण में लगने वाली सब इँटे वहीं से गई थी ।
उसके लिये उन्होंने “राम नाम” का स्पेशल फर्मा बनवाया रामशरण की हर ईट पर राम राम लिखा रहना चाहिए
परम पूज्य श्री स्वामी जी सत्यानन्दजी एक दिन चौधरी जी को बोले :-
चौधरी आपके यहाँ अमृत वाणी का पाठ सही समय पर –लगातार होते रहना चाहिए ।
चौधरी जी बोले जाट वचन देता है —बाबा बात पक्की रही ।
ऐक दिन की बात थी सत्संग का समय हो रहा था– घर में टैक्टर था –उसी समय टेक्टर को आगे लेना जरुरी हो गया ,,,टेक्टर चालू नहीं हो रहा था- —उनका बच्चा तथा दूसरे बच्चे भी खड़े थे — –
चौधरी जी ने बच्चों से टेक्टर को धक्का लगाने को कहा- —-बच्चे धक्का लगाने लगे गये —- चौधरी जी से गल्ती से रिवर्स गेर लग गया —-चीख सुनाई दी —-एक बच्चा टेक्टर के पहिये से कुचल कर भगवान के पास चला गया- —
टेक्टर से उतर कर देखा तब पता लगा कि इस दुर्घटना में खुद का लड़का ही मर गया हैं ।
सत्संग ऊपर होता था —ऊपर जाकर चौधरी जी ने अपनी पत्नी को बोले — घटना बताई –ऐक लड़का मर गया ।।
चौधराईनजी बोली :- जो मर गया ,,, मेरा ही लड़का था …..ऐक बार तो कुछ घबराई- –
फिर बोली —-अच्छा हुआ अपना ही था ! दुसरों का नहीं था क्या जवाब देते !
ले आओ —चद्दर ढक दो —किसी ने बेरा (मालुम) ना पाटे (पड़े) —घंटी सत्संग की बजानी है सत्संग का टाइम हो गया है
हमनें बाबा जी (स्वामीजी) को सत्संग समय पर और बराबर लगाने का वचन दीया है —–लड़का तो पाछा आणा कोनी —-इसका संस्कार अमृतवाणी के बाद में भी कर देना ।
आज भी सांपला में उनके घर पर सत्संग चालू है ।
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